मुंबई. जापान की ब्रोकरेज फर्म नॉमुरा ने चालू वित्त वर्ष (2019-20) के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर 4.9% कर दिया। पिछली बार 5.7% का अनुमान जारी किया था। नॉमुरा का ताजा अनुमान अब तक जारी सभी अनुमानों में सबसे कम है। नॉमुरा ने शुक्रवार को कहा कि अर्थव्यवस्था तेजी से नीचे की ओर जा रही है। इसमें एक साल से पहले रिकवरी की उम्मीद नहीं है।
वित्तीय घाटे का अनुमान बढ़ाकर 3.7% किया
आर्थिक विकास को रफ्तार देने के सरकार और रिजर्व बैंक के प्रयासों पर नॉमुरा का कहना है कि आरबीआई के ब्याज दर घटाने का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने की व्यवस्था में रुकावट और वैश्विक विकास दर में कमजोरी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए इस वक्त प्रमुख बाधाएं हैं।
नॉमुरा ने कहा कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट में अगले साल के मध्य तक 0.50% कटौती और किए जाने के आसार हैं। नॉमुरा ने सरकार के वित्तीय घाटे का अनुमान भी 0.4% बढ़ाकर 3.7% किया है। उसका कहना है कि कॉर्पोरेट टैक्स घटाने से राजस्व में 1.45 लाख करोड़ रुपए की कमी की भरपाई के लिए अतिरिक्त स्त्रोत नजर नहीं आ रहे।
ब्रोकरेज फर्म ने कर्ज और वित्तीय स्थिरता के जोखिमों पर बारीकी से नजर रखने की जरूरत बताई है। उसका कहना है कि कर्ज की कड़ी शर्तों की वजह से एनपीए बढ़ेगा और क्रेडिट ग्रोथ कमजोर रहेगी, हालांकि इसका असर पूरे सिस्टम में नहीं फैलेगा। नॉमुरा ने बैंकों की दोहरी बैलेंस शीट की समस्या में नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों की मुश्किलों को भी शामिल करते हुए इसे ट्रिपल बैलेंस शीट समस्या बताया है।